मुश्किल और आसान

बरसों बरस –

किसी जुस्तजू की तलाश में

किसी आरजू की आस में

किसी बदली की प्यास में

किसी ख्वाब में या सराब में

जिंदगी गुजार देने के बाद भी

कितना आसान है –

थोड़ा और इंतजार ।

पर कितना मुश्किल है ये मानना कि सब बेमानी था –

मंज़िल भी, मुसाफ़िर भी, मसाफ़त भी ।।

Site Footer

Sliding Sidebar

About Me

About Me

I am Ajay Bhadoo. IAS Officer, serving as Joint Secretary to the President of India.

Social Profiles